ब्रेन ट्यूमर के लक्षण


 ब्रेन  ट्यूमर  का  इलाज  संभव है  


ओपन ब्रेन सर्जरी से ब्रेन  ट्यूमर के इलाज में पेसेंट्स को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है ,लेकिन न्युरोनेविगेसंन से की जाने बाली सर्जरी से ब्रेन ट्यूमर का अब बेहतर इलाज सम्भब है आइये जानते है ब्रेन ट्यूमर के विभिन्न पहलुओ के बारे में..... 


https://www.homeopathicupchar.in/2018/06/brain-tumor-ke-lakshan.html

क्या है बेहतर इलाज 

घातक बीमारी माना जाने बाला मस्तिस्क का  ट्यूमर अब भी चिंता का विषय बना हुआ है इस चिंता का मुख्य कारण काफी हद तक रोगियों के जीवित रहने की संभाबना का कम होना है ऐसा इसलिए क्योंकि ब्रेन ट्यूमर के बहुत कम मरीज लंबी जिंदगी जी पाते हैं हालांकि समय-समय पर मेडिकल साइंस में इस संबंध में कई अभूतपूर्व प्रगति हुई है जिनसे  मर्ज का समय पर जल्द निदान करना और इसका सफलतापूर्वक इलाज करना आसान हो गया है  


ब्रेन ट्यूमर क्या है 


ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क में असामान्य कोशिकाओं का एक संग्रह  या  पिंड है  खोपड़ी (स्कल) के अंदर असामान्य कोशिकाओं की वृद्धि समस्या पैदा कर सकती है ब्रेन ट्यूमर कैंसरजन्य  (मैलिग्नेंट) या कैंसर रहित (बिनाईल) हो सकता है जब मैलिग्नेंट ट्यूमर बढ़ते है तो वे आपकी खोपड़ी के अन्दर दबाव बढ़ा सकते ये मस्तिस्क को नुकसान पंहुचा सकते है और ये जीवन की खतरे में डाल सकते है ब्रेन ट्यूमर किसी को भी हो सकता है 





ब्रेन ट्यूमर के लक्षण 


  • ब्रेन ट्यूमर के सबसे आम लक्षणों में से एक सिरदर्द का बढ़ना है यह सिर दर्द सुबह के समय अधिक तेज हो जाता है
  • जी मिचलाना और उल्टी की समस्या हो सकती है
  • हाथ और पैरों में कमजोरी महसूस होना
  • शरीर का संतुलन साधने में दिक्कत होती है
  • देखने या  सुनने में कठिनाई होती है  

ऐसे पता चलता है मर्ज का 



ब्रेन ट्यूमर के निदान के लिए सबसे पहले शारीरिक परीक्षण किया जाता है जिसके तहत तंत्रिका तंत्र का विस्तृत परीक्षण किया जाता है आपके डॉक्टर यह देखने के लिए एक परीक्षण करते हैं कि आपके वह क्रेनियल नर्व  सही है या नहीं  यही बह नर्व  है तो आप तो मस्तिष्क से उत्पन्न होती है शारीरिक परीक्षण के बाद रोग का पता चलता है सीटी स्कैन एमआरआई,एंजियोग्राफी या सिर बायोप्सी  की जाती है  


बात उपचार की 


ब्रेन ट्यूमर का इलाज सर्जरी, रेडियेशन, कीमोथेरेपी जैसे पारंपरिक तरीकों का उपयोग करके किया जाता है लेकिन ओपन ब्रेन सर्जरी से मस्तिष्क में अंदरूनी रक्तचाप याददाश्त में कमी या संक्रमण जैसे कई खतरे  सामने आते हैं यहां तक की थोड़ी सी  त्रुटी  के लिए गंभीर परिणाम हो सकते हैं और स्थाई समस्याएं पैदा हो सकती है 

न्युरोनेबिगेसन से सर्जरी 


इन दिनों डायग्नोसिस और इलाज के अत्याधुनिक तरीकों की बदौलत ब्रेन ट्यूमर को हटाना और रोगी के जीवनकाल को बढ़ाना संभव हो चुका है न्यूरोनेविगेशन तकनीक  सर्जरी को मस्तिस्क में  ट्यूमर को हटाने में कई ज्यादा सक्षम बनाती है 



यह तकनीक GPS के समान है यह एक कंप्यूटर आधारित प्रोग्राम है जो कंप्यूटर सिस्टम पर एमआरआई और सीटी स्कैन की छवियो को दर्द करता है एक बार जब टेस्ट  को एक विशेष पर स्टेशन में फिट कर दिया जाता है
एक बार जब सूचना को एक विशेष वर्क  स्टेशन में फीड  कर दिया जाता है तब सिस्टम एम आर आई छवियो के साथ- साथ ऑपरेटिंग रूम  में रोगी  के नाक जैसे बाहरी क्षेत्रों के विकारों को पहुंचाने का काम करता है और आंकड़ों को दो सेट में मिलान करता है 

इस तकनीक से सर्जन को सही चीरा लगाने में मदद मिलती है जिसके सिर से पूरी तरह से बाल हटाने की जरूरत नहीं पड़ती है न्यूरो नेविगेशन का मस्तिष्क और रीढ़ की सर्जरी के दौरान धीरे-धीरे बड़े पैमाने पर उपयोग किया जा रहा है


दोस्तों ये थी जानकारी  ब्रेन ट्यूमर के बारे में आशा करता हूँ आप को पसंद आई होगी  


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