जॉइंट पैन ट्रीटमेंट इन हिंदी

 

जॉइंट पैन ट्रीटमेंट इन हिंदी



नमस्कार दोस्तों आज मैं आपको जॉइंट पेन  जोड़ों में दर्द क्यों रहता  है और क्या है इसका कारण और क्या है इसका कारगर इलाज नी आर्थराइटिस होने पर हर मामले में सर्जरी की जरूरत नहीं होती है सर्जरी के अलावा भी कई विकल्प उपलब्ध हैं

जॉइंट पैन ट्रीटमेंट इन हिंदी



 घुटने में दर्द होने और उसके कड़ेपन में हमारे चलने फिरने की गतिविधियां प्रभावित होती हैं इस कारण जीवन की गुणवत्ता प्रभावित होती है बावजूद इसके कई लोग लंबे समय तक इन परेशानियों को सहते रहते हैं उन्हें लगता है कि उन सबसे  छुटकारा पाना केवल एक ही विकल्प है नी रिप्लेसमेंट सर्जरी लेकिन इस संदर्भ में यह जानना जरूरी है कि यह सर्जरी एकमात्र और अंतिम विकल्प नहीं है कई नॉन सर्जिकल उपचार भी उपलब्ध है

क्या है नॉन सर्जिकल उपचार



  नॉन सर्जिकल ट्रीटमेंट  इस बात पर निर्भर करता है कि आपके जोड़ो  के दर्द का कारण क्या है और समस्या किस स्तर पर है अगर घुटनों में दर्द की क्षतिग्रस्त होने की समस्या पहले और दूसरे दौर में है तो सर्जरी से बचा जा सकता है तीसरे दौर में सर्जरी में देरी कर सकते हैं और दूसरे विकल्प के इलाज का प्रयास किया जाता है लेकिन चौथे दौर में सर्जरी केवल एक मात्र विकल्प बचती है


 जीवन शैली में परिवर्तन:सबसे पहला इलाज यह है कि अपनी जीवनशैली में परिवर्तन लाएं संतुलित भोजन करें का सेवन करें अपना वजन कम करें नियमित रूप से एक्सरसाइज करें और योग पर ध्यान दें पूरी तरह नींद लें  तनाव से मुक्त   बचने पर भी ध्यान दें



जॉइंट पैन ट्रीटमेंट इन हिंदी





 फिजियोथैरेपी: कई प्रकार की अर्थराइटिस में फिजियोथेरेपी बहुत कारगर होती है इससे अंगों की कार्यप्रणाली सुधरती है और जोड़ों के आसपास की मांसपेशियां  सशक्त होती हैं अगर अर्थराइटिस शुरुआती दौर में है तो उसे फिजियोथैरेपी और जीवनशैली में परिवर्तन ला कर नियंत्रित किया जा सकता है


दवायें:  आप  का डॉक्टर आपको दवायें  दे सकता है ताकि दर्द से आराम मिले और घुटनों में समस्या जैसे  आस्टियोआर्थराइटिस, अर्थराइटिस और घटिया को ठीक किया जा सकता है अनेक मामलों में घुटनों में दर्द को ठीक करने के लिए घुटनों में दवाई या दूसरे पदार्थ इंजेक्शन के जरिए पहुंचाए जाते हैं इस में सम्मिलित है



 कोर्टिकोस्टेरोइड: घुटनों में बहुत तेज दर्द होता है और सूजन भी हो जाती है तो स्टेरॉयड इंजेक्शन लगाए जा सकते हैं घुटनों में जोड़ों में कोर्टिकोस्टेरोइड के इंजेक्शन लगाने से अर्थराइटिस के लक्षणों को कम करने में सहायता मिलती है और कुछ महीनों तक घुटनों में दर्द से आराम मिलता है


हाईऐल्युरोनिक एसिड: यह  गाढ़ा फ्लूट या तरल होता है जो जोड़ों के प्राकृतिक तरीके ल्युब्रिकेट  करता है हाईऐल्युरोनिक एसिड  के इंजेक्शन लेने से घुटनों में मूवमेंट  में सुधार आता है और दर्द से राहत मिलती है यह इलाज इतना प्रभावी रहेगा यह इस बात पर निर्भर करता है कि समस्या  कितनी गंभीर है एक बार इंजेक्शन लेने से लगभग 6 महीने तक आराम मिलता है हाईऐल्युरोनिक एसिड अर्थराइटिस को गंभीर होने से रोकता है घुटनों के कार्टिलेज  की सुरक्षा करती है और घुटनों के अंदर फ्लूड होता है इसकी डेंसिटी  बढ़ाता है

प्लेटलेटस  रिच प्लाज्मा (पीआरपी)


आस्टियोआर्थराइटिस की रोकथाम और इलाज के लिए आधुनिक इलाज है जिस व्यक्ति का इलाज किया जा रहा है उसके रक्त में इसे तैयार किया जाता है और इसे जॉइंट या जोड़  में इंजेक्सन के जरिए लगाया जाता है इससे कई प्रकार की ग्रोथ  होते हैं जो सूजन कम करते हैं और हीलिंग की प्रक्रिया को तेज  करते हैं


 कब जरूरी है सर्जरी 


कोई भी आर्थोपेडिक सर्जन आपकी घुटनों की मूवमेंट और स्ट्रेंथ  के आधार पर ही निर्धारित करता है कि आपको नी- रिप्लेसमेंट सर्जरी की जरूरत है या नहीं घुटनों को पहुंची छती को जानने के लिए एक्स-रे सीटी स्कैन एमआरआई की मदद भी ली जाती है 

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कोई भी निर्णय लेने से पहले डॉक्टर से सभी विकल्पों पर चर्चा करें अगर समस्या गंभीर नहीं है तो नॉन सर्जिकल उपचारों से आराम मिल सकता है लेकिन अगर आपके घुटनों में बहुत तकलीफ है जिसे सर्जरी के बगैर ठीक नहीं किया जा सकता तो आप आर्थोस्कोपिक सर्जन आंशिक घुटना प्रत्यारोपण सर्जरी पार्शियल नी -रिप्लेसमेंट सर्जरी पूर्ण  घुटना प्रत्यारोपण सर्जरी का विकल्प चुन सकते हैं



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