कमर दर्द, पीठ दर्द, back pain in hindi

कमर दर्द पीठ दर्द back pain in hindi 


वैसे तो कमर दर्द किसी भी व्यक्ति को कभी भी हो सकता है और इस दर्द के अनेक कारण हैं बावजूद इसके डायबिटीज के साथ जिंदगी जी रहे लोगों की कमर दर्द की समस्या कुछ अलग होती है ऐसे लोग कमर दर्द से कैसे बचें और उनकी इस समस्या का क्या इलाज है





 अक्सर आपने  मधुमेह या डायबिटीज से ग्रस्त लोगों को मोटापे के साथ कमर दर्द की शिकायत करते सुना होगा अगर आप ऐसे लोगों से बात करें तो आपको यह पता लगेगा कि यह कमर दर्द बैठे-बैठे कम होता है जब चलना शुरू करते हैं वैसे ही कमर दर्द तेजी से बढ़ता है और इस दर्द की तीव्रता बढ़ती चली जाती है अगर चलना अचानक बंद करते हैं तो कमर दर्द कम होना शुरू हो जाता है और अंत में गायब भी हो जाता है


 इस तरह के कमर दर्द को ज्यादातर लोग लंबर स्पोंडिलोसिस या सियाटिका का दर्द समझ लेते हैं और वे लोग अस्थि  रोग विशेषज्ञ के पास चले जाते हैं जबकि यह दर्द उपरोक्त समस्याओं के से नहीं होता यह है


क्या है कारण 


  किसी व्यक्ति को जब कमर दर्द होता है तो उसके ज्यादातर दो कारण होते हैं एक  कमर की पुरानी चोट जो अधिकतर जमीन पर गिर जाने से लगती है दूसरा कारण मोटापा और पर्याप्त रूप से ना चलने की वजह से होता है जब किसी व्यक्ति की दिनचर्या ऐसी  होती है जिसमें ज्यादातर समय बैठना पड़ता है और वह  व्यायाम भी नहीं कर करता है  तब रीड की हड्डी में कड़ापन आ जाता है जिससे उनमें लचीलापन  का अभाव हो जाता है ऐसे लोग जब हरकत में आते हैं तो कमर दर्द की शिकायत करते हैं

कमर दर्द पीठ दर्द back pain in hindi 


 डायबिटीज के मरीज में कमर दर्द का ज्यादातर कारण कमर को शुद्ध रक्त की होने वाली सप्लाई में अस्थाई रूप से कमी होना अगर डायबिटीज के मरीज को बैठे-बैठे ही कमर दर्द होता है तो इसका सीधा मतलब यह है कि शुद्ध रक्त की सप्लाई में काफी कमी आ जाती है रक्त की उपलब्धता में कमी होने की वजह से होने वाले दर्द मेडिकल भाषा में 'एंजॉइना' कहते  हैं जैसे दिल की दीवारों में शुद्ध रक्त की सफाई में कमी होने से 'सीने में एनजाइना' की शिकायत हो जाती है ठीक इसी तरह कमर की मांसपेशियों और अंगों में शुद्ध की पर्याप्त उपलब्ध ना होने के अभाव में 'कमर एनजाइना' या 'वेस्ट एनजाइना'  की शिकायत हो जाती है अगर 'वेस्ट एनजाइना' को लेकर लापरवाही की गई तो हार्ड अटैक का खतरा बढ़ जाता है ठीक उसी तरह कमर के  एंजाइना अगर नकारा  जाए तो पैरों में गैगरीन  होने का खतरा बढ़ जाता है


क्या होती है यह समस्या 


  दिल से निकलकर रक्त  की एक मोटी नली  नीचे की ओर जाती है, जो पेट के अंदर स्थिति अंगों जैसे लीवर व आंतो  को शुद्ध रक्त की सप्लाई करती है यही नली नीचे कमर के अंदर पहुंचकर कमर में स्थित अंगों का मांस पेशियों को शुद्ध रक्त प्रदान करती है और इसके बाद दो अलग-अलग नलियों  में विभक्त होकर बाएँ व दायं जांघ  को चली जाती है और नीचे जाकर दोनों टांगों पैरों को शुद्ध खून की सप्लाई करती है 


डायबिटीज के कारण खून की नदियों की दीवारें में निरंतर बसा व कैल्शियम जमा हो जाता है धीरे-धीरे वसा  के जमाव  के कारण खून की नदी सकरी  होने लगती है 

कमर दर्द पीठ दर्द back pain in hindi 


इस कारण शुद्ध रक्त की सप्लाई में गिरावट आने लगती है अगर दिनचर्या में व्ययाम व  अनुशासन का  अभाव नहीं  होता है तो डायबिटीज के मरीजों में सुगर  की मात्रा अनियंत्रित हो जाती है इसके परिणाम स्वरुप खून की नली वसा  के  जमाव के कारण सकरी  हो जाती है डायबिटीज में खून की नली ज्यादातर इस्थितियो में कमर में सकरी हो जाती है ठीक उसी तरह ठीक उसी तरह दिल से आने वाली दो  शाखाओं में बट  जाती है जब पेट में स्थित खून की नली में  वसा व  कैल्शियम अत्यधिक मात्रा में जमा हो जाता है तो कमर व जांघ  को जाने वाली ऑक्सीजन युक्त शुद्ध रक्त की मात्रा में काफी कमी हो जाती है और मरीज को चलने पर कमर दर्द यानी कमर का  'एनजाइना'  शुरू हो जाता है


 इस मर्ज  में लापरवाही बरतने पर धीरे-धीरे पैरों को जाने वाली शुद्ध खून की मात्रा गिरती चली जाती है और अंत में पैरों में भयानक दर्द कालापन व  गैंगरीन की भी शुरुआत हो जाती है 

दर्द निवारक दवाओं से बचें 

 अक्सर लोग कमर दर्द के बाद एक डॉक्टर को बदलते रहते हैं इसके अलावा दर्द निवारक दवाओं की ब्रांड भी बदलती रहती है कुछ लोग डॉक्टर के पास जाना तो दूर स्वयं ही डॉक्टर का रोल अदा कर लेते हैं और मेडिकल स्टोर के काउंटर पर दर्द निवारक दवाएं खरीदते हैं कमर दर्द के सही इलाज के अभाव में मरीज पैर खोने  के कगार पर पहुंच जाते हैं और उसकी किडनी को जबरदस्त नुकसान  पहुंचते के कारण किडनी को पूरी तरह फेल हो जाने की आशंका बढ़ जाती है

क्या करें

 क्या करें सबसे पहले यह समझने की दर्द निवारक दवा का सेवन कमर दर्द का स्थाई इलाज नहीं है अगर आप डायबिटीज से ग्रस्त हैं और कमर दर्द से पीड़ित हैं तो शीघ्र ही किसी वस्क्युलर सर्जन  से परामर्श लें और पेट के अंदर स्थित खून की मोटी नली व जांघ  को जाने वाली नालियों  की जांच करवाएं 



कमर दर्द से पीड़ित डायबिटीज के मरीज  हमेशा ऐसे अस्पताल में जाएं जहां किसी अनुभवी वैस्कुलर या कार्डियोवैस्कुलर की उपलब्धता हो 


 डायबिटीज का मरीज कमर दर्द से ग्रस्त है तो और धूम्रपान नियमित रूप से  कर रहा है तो यकीन माने की देर सबेर अपनी टांगें खो  सकता है




  एंजियोग्राफी के परिणाम के आधार पर कमर के अंदर रक्त की नली में कितनी और कहां तक रुकावट है इसका पता लगाया जाता है इस जानकारी के बाद इलाज का सही निर्धारण होता है अनेक मरीजों के मामलों में आर्टरी   बाईपास नामक  ऑपरेशन की जरूरत पड़ती है इसके लिए विदेशों से आयातित खून की कृतिम  नालियों  का इस्तेमाल किया जाता है  कुच्छ मरीजों में एंजियोप्लास्टी व स्तेटिंग इस्तेमाल किया जाता है, पर इस के लिए  उपयुक्त मरीजों का सही चयन होना अत्यंत आवश्यक है कौन सा मरीज किस  इलाज के लिए उपयुक्त है इसका चयन आपके वस्कुलर सर्जन करेंगे इलाज की सफलता में आपका तहेलना कुछ आवश्यक व्यायामों का बड़ा महत्व है 



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